इजाजत् मिले तो
इजाजत् मिले तो
ताती ताती लूंवा चालै धोळै दोपारां लाय बरसै आंधड़लो छा ज्यावै है ताती ताती लूंवा चालै आग उगळती आवै है बळै जेठ महीनो तातो सड़का तपरी होकै लाल पंछीड़ा तिसायां मररया डांडा होरया है बेहाल मिनख घूमै छांया ढूंढतो पड़रयो तावड़ो बेशूमार आवै पसीनो खूब ठाडो चक्कर खावै कितणी बार …
मुल्क के सुमन ( Mulk ke suman ) हम मुल्क के मासूम सुमन हम धरती माता के धन हम कोमल है पर सबल है धुर्ब जैसे सदैब अटल गगन उगलता आग हो छिड़ा मरण का राग हो लहू का अपना फाग हो हम वही अनुराग है क्या कर सकेगा दौरे जमां हमारा मिट जायेंगें…
राघव अनुपमा में : वैदेही चिन्मय श्रृंगार सनातन धर्म संस्कृति अंतर, राम उपमा मर्यादा पुरुषोत्तम । शिरोधार्य कुल वंश आज्ञा, आदर्श प्रेरणा चरित्र सर्वोत्तम । परिणय आभा जनक दुलारी, जप तप साधना शील अवतार । राघव अनुपमा में, वैदेही चिन्मय श्रृंगार ।। दिव्यता भव्यता अनूप पर्याय, विमल मृदुल सौम्य छवि। ब्रह्म कवच आराध्य श्री…
खुशियों की कैसी जिद्द तेरी ( Khushiyon Ki kaisi Zid Teri ) ग़मों की वो शाम थी,बनी है लम्बी रात सी। अन्धियारा जीवन है, अन्धियारा दूर तक। खुशियों की कैसी जिद्द तेरी……. कहों तो सब बोल दूँ, ग़मों के पट खोल दूँ। चाहत के रिसते जख्म, दिखते है दूर तक। खुशियों की कैसी…
मैली चादर ( Maili Chadar ) यौवन का वो पड़ाव था, हर बात से अनजान थी, गांव की वो भोली लड़की, अपने शारीरिक अंगों से भी अनजान थी, एक रोज ना जाने क्या हुआ, दर्द से उसका हाल बेहाल हुआ, उठकर देखा जब खुद को, रक्त से सना पाया खुद को, हैरान थी देखकर अपनी…
खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में ( Khoobsurat hai nazare gaon mein ) खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में प्यार के हैं बस इशारे गांव में शहर में तो हर तरफ़ हैं नफ़रतें सिर्फ़ उल्फ़त है हमारे गांव में जो किसी भी शहर होते नहीं वो हसीं देखें नजारे गांव में देखने…
ताती ताती लूंवा चालै धोळै दोपारां लाय बरसै आंधड़लो छा ज्यावै है ताती ताती लूंवा चालै आग उगळती आवै है बळै जेठ महीनो तातो सड़का तपरी होकै लाल पंछीड़ा तिसायां मररया डांडा होरया है बेहाल मिनख घूमै छांया ढूंढतो पड़रयो तावड़ो बेशूमार आवै पसीनो खूब ठाडो चक्कर खावै कितणी बार …
मुल्क के सुमन ( Mulk ke suman ) हम मुल्क के मासूम सुमन हम धरती माता के धन हम कोमल है पर सबल है धुर्ब जैसे सदैब अटल गगन उगलता आग हो छिड़ा मरण का राग हो लहू का अपना फाग हो हम वही अनुराग है क्या कर सकेगा दौरे जमां हमारा मिट जायेंगें…
राघव अनुपमा में : वैदेही चिन्मय श्रृंगार सनातन धर्म संस्कृति अंतर, राम उपमा मर्यादा पुरुषोत्तम । शिरोधार्य कुल वंश आज्ञा, आदर्श प्रेरणा चरित्र सर्वोत्तम । परिणय आभा जनक दुलारी, जप तप साधना शील अवतार । राघव अनुपमा में, वैदेही चिन्मय श्रृंगार ।। दिव्यता भव्यता अनूप पर्याय, विमल मृदुल सौम्य छवि। ब्रह्म कवच आराध्य श्री…
खुशियों की कैसी जिद्द तेरी ( Khushiyon Ki kaisi Zid Teri ) ग़मों की वो शाम थी,बनी है लम्बी रात सी। अन्धियारा जीवन है, अन्धियारा दूर तक। खुशियों की कैसी जिद्द तेरी……. कहों तो सब बोल दूँ, ग़मों के पट खोल दूँ। चाहत के रिसते जख्म, दिखते है दूर तक। खुशियों की कैसी…
मैली चादर ( Maili Chadar ) यौवन का वो पड़ाव था, हर बात से अनजान थी, गांव की वो भोली लड़की, अपने शारीरिक अंगों से भी अनजान थी, एक रोज ना जाने क्या हुआ, दर्द से उसका हाल बेहाल हुआ, उठकर देखा जब खुद को, रक्त से सना पाया खुद को, हैरान थी देखकर अपनी…
खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में ( Khoobsurat hai nazare gaon mein ) खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में प्यार के हैं बस इशारे गांव में शहर में तो हर तरफ़ हैं नफ़रतें सिर्फ़ उल्फ़त है हमारे गांव में जो किसी भी शहर होते नहीं वो हसीं देखें नजारे गांव में देखने…
ताती ताती लूंवा चालै धोळै दोपारां लाय बरसै आंधड़लो छा ज्यावै है ताती ताती लूंवा चालै आग उगळती आवै है बळै जेठ महीनो तातो सड़का तपरी होकै लाल पंछीड़ा तिसायां मररया डांडा होरया है बेहाल मिनख घूमै छांया ढूंढतो पड़रयो तावड़ो बेशूमार आवै पसीनो खूब ठाडो चक्कर खावै कितणी बार …
मुल्क के सुमन ( Mulk ke suman ) हम मुल्क के मासूम सुमन हम धरती माता के धन हम कोमल है पर सबल है धुर्ब जैसे सदैब अटल गगन उगलता आग हो छिड़ा मरण का राग हो लहू का अपना फाग हो हम वही अनुराग है क्या कर सकेगा दौरे जमां हमारा मिट जायेंगें…
राघव अनुपमा में : वैदेही चिन्मय श्रृंगार सनातन धर्म संस्कृति अंतर, राम उपमा मर्यादा पुरुषोत्तम । शिरोधार्य कुल वंश आज्ञा, आदर्श प्रेरणा चरित्र सर्वोत्तम । परिणय आभा जनक दुलारी, जप तप साधना शील अवतार । राघव अनुपमा में, वैदेही चिन्मय श्रृंगार ।। दिव्यता भव्यता अनूप पर्याय, विमल मृदुल सौम्य छवि। ब्रह्म कवच आराध्य श्री…
खुशियों की कैसी जिद्द तेरी ( Khushiyon Ki kaisi Zid Teri ) ग़मों की वो शाम थी,बनी है लम्बी रात सी। अन्धियारा जीवन है, अन्धियारा दूर तक। खुशियों की कैसी जिद्द तेरी……. कहों तो सब बोल दूँ, ग़मों के पट खोल दूँ। चाहत के रिसते जख्म, दिखते है दूर तक। खुशियों की कैसी…
मैली चादर ( Maili Chadar ) यौवन का वो पड़ाव था, हर बात से अनजान थी, गांव की वो भोली लड़की, अपने शारीरिक अंगों से भी अनजान थी, एक रोज ना जाने क्या हुआ, दर्द से उसका हाल बेहाल हुआ, उठकर देखा जब खुद को, रक्त से सना पाया खुद को, हैरान थी देखकर अपनी…
खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में ( Khoobsurat hai nazare gaon mein ) खूबसूरत हैं नज़ारे गांव में प्यार के हैं बस इशारे गांव में शहर में तो हर तरफ़ हैं नफ़रतें सिर्फ़ उल्फ़त है हमारे गांव में जो किसी भी शहर होते नहीं वो हसीं देखें नजारे गांव में देखने…